नोबेल पुरस्कार प्राप्तकर्ता भारतीयों की GK Trick जानने के लिये ये पोस्ट पढें -
नोबेल पुरस्कार
नोबेल पुरस्कार नोबेल फाउंडेशन द्वारा स्वीडन के
वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा
विज्ञान और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में दिया जाने वाला विश्व का सर्वोच्च पुरस्कार
है। नोबेल फाउंडेशन का प्रारम्भ 29 जून, 1900 में
हुआ। इसका उद्देश्य नोबेल पुरस्कारों का आर्थिक रूप से संचालन करना है। नोबेल के
वसीहतनामे के अनुसार उनकी 94% से ज़्यादा वसीहत के मलिक वो लोग है जिन्होंने मानव जाति
के लिए विभिन्न क्षेत्रों में उत्तम कार्य किया है।
स्थापना
नोबेल
पुरस्कार की स्थापना स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड बर्नाड (बर्नहार्ड) नोबेल ने 1901 ई.
में की थी। अल्फ्रेड बर्नाड (बर्नहार्ड) नोबेल का जन्म 1833 ई.
में स्वीडन के शहर स्टॉकहोम में हुआ था। 9 वर्ष
की आयु में वे अपने परिवार के साथ रूस चले गये। अल्फ्रेड नोबेल एक अविवाहित
स्वीडिश वैज्ञानिक और केमिकल इंजीनियर थे जिसने 1866 ई.
में डाइनामाइट की खोज की। स्वीडिश लोगों को 1896 में
उनकी मृत्यु के बाद ही पुरस्कारों के बारे में पता चला, जब
उन्होंने उनकी वसीयत पढ़ी, जिसमें उन्होंने अपने धन से मिलने वाली सारी वार्षिक आय
पुरस्कारों की मदद करने में दान कर दी थी। अपनी वसीयत में उन्होंने आदेश दिया था
कि "सबसे योग्य व्यक्ति चाहे वह स्केडीनेवियन हो या ना हो पुरस्कार प्राप्त
करेगा।" उनके द्वारा छोड़े गये धन पर मिलने वाला ब्याज उन व्यक्तियों के बीच
वार्षिक रूप से बाँटा जाता है, जिन्होंने विज्ञान, साहित्य, शांति
और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दिया है। विश्व के सबसे अधिक
गौरवशाली पुरस्कार को 'नोबेल फाउंडेशन' द्वारा
मदद प्रदान की जाती है।
मुख्य
बिंदु
- पहले नोबेल पुरस्कार पाँच विषयों में कार्य करने के लिए दिए जाते थे। अर्थशास्त्र के लिए पुरस्कार स्वेरिजेश रिक्स बैंक, स्वीडिश बैंक द्वारा अपनी 300वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में 1967 में आरम्भ किया गया और इसे 1969 में पहली बार प्रदान किया गया। इसे अर्थशास्त्र में नोबेल स्मृति पुरस्कार भी कहा जाता है।
- पुरस्कार के लिए बनी समिति और चयनकर्ता प्रत्येक वर्ष अक्टूबर में नोबेल पुरस्कार विजेताओं की घोषणा करते हैं लेकिन पुरस्कारों का वितरण अल्फ्रेड नोबेल की पुण्य तिथि 10 दिसम्बर को किया जाता है।
- प्रत्येक पुरस्कार में एक वर्ष में अधिकतम तीन लोगों को पुरस्कार दिया जा सकता है। इनमें से प्रत्येक विजेता को एक स्वर्ण पदक, डिप्लोमा, स्वीडिश नागरिकता में एक्सटेंशन और धन दिया जाता है।
- अगर एक पुरस्कार में दो विजेता हैं, तो धनराशि दोनों में समान रूप से बांट दी जाती है। पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं की संख्या अगर तीन है तो चयन समिति के पास यह अधिकार होता है कि वह धनराशि तीन में बराबर बाँट दे या एक को आधा दे दे और बाकी दो को बचा धन बराबर बाँट दे।
- अब तक केवल दो बार मृत व्यकियों को यह पुरस्कार दिया गया है। पहली बार एरिएक्सेल कार्लफल्डट को 1931 में और दूसरी बार संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव डैग डैमरसोल्ड को 1961ई. में दिया गया था।
- 1974 में नियम बना दिया गया कि मरणोपरांत किसी को नोबेल पुरस्कार नहीं दिया जाएगा।
- पुरस्कार वितरण 1901 से प्रारंभ किया गया था। 1969 से यह पुरस्कार अर्थशास्त्र क्षेत्र में भी दिया जाने लगा।
- 1937 से लेकर 1948 ई. तक गाँधी जी को पाँच बार शांति पुरस्कारों के लिए नामित किया गया पर एक बार भी उन्हें इस पुरस्कार के लिए नहीं चुना गया।
- इंटरनेशनल कमेटी आफ रेड क्रास को शांति का पुरस्कार 3 बार दिया गया है - 1917, 1944, 1963
- अब तक चार व्यक्तियों को दो बार नोबल पुरस्कार दिया जा चुका है
- मैडम क्यूरी (1903 - Physics and 1911 - Chemistry)
- जान बरडिन (1956 - Physics and 1972 - Physics)
- फ्रेंडरिक सेंगर (1958 - Chemistry and 1980 Chemistry)
- लीनस पालिंग (1954 - Chemistry and 1962 - Pieces (शांति))
इन व्यक्तियों के नाम याद करने के लिये हम आपको एक आसान Trick बता रहै है जिससे कि आपको आसानी से इनके नाम याद हो जायेंगे -
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